प्रो. चंदन कुमार बतौर वक्ता के रूप में जाने जाते हैं। आपने हिंदी विषय से स्नातक, परास्नातक, एमफिल और साथ ही डॉक्टरेट की उपाधि दिल्ली विश्वविद्यालय से प्राप्त की है। वर्तमान में आप दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में प्रोफेसर के तौर पर कार्यरत हैं। आप ‘प्राग्ज्योतिका पत्रिका’ का संपादन करते हैं। जो पूर्वोत्तर केंद्रित है और Cultural Study With Reference to North-Eastern States Of Bharat, Bhakti kavita, Bhojpuri, Theatre , Documentary / Short Film Making (Pre-Production), Higher Education System ,
Outcome based Curriculum for Hindi Teaching . इत्यादि विषयों पर व्याख्यान देते हैं।
विशेषज्ञता : हिंदी नाटक, हिंदी पत्रकारिता, भक्ति काव्य, कहानी
सर की अनेकों किताबें हैं जिनमें से ‘संवाद यात्रा, साठोत्तरी हिंदी नाटक पर ब्रेख्त के नाट्य चिंतन का प्रभाव, मोहन राकेश का रंगमंच, ब्रेख्त और हिंदी नाटक, यदाकदा, सूचना का अधिकार और पंचायती राज , शौर्यगान, राष्ट्रसंत गुरुनानकदेव, आदि प्रमुख हैंं।